Kajari Teej 2024: भारत एक ऐसा उपमहाद्वीपीय देश है। जहां हर एक धर्म के लोग बड़े प्रेम भाव के एक साथ रहते हैं और हर एक धर्म बड़ी ही श्रद्धा के साथ अपने धर्म के त्योहार मनाता है। जैसे कि हम सब जानते है, कि भारत में अत्यधिक मात्रा में हिंदू धर्म के व्यक्ति निवास करते है।
इस लेख में हम हिन्दू धर्म के एक ऐसे ही त्योहार की हम बात करेंगे जिसे लोग कजरी तीज के नाम से जानते हैं, जिसको हिंदू धर्म में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं।
कजरी तीज कब (kajari teej kab hai)?
कजरी तीज हर साल भाद्रपद माह की तृतीया को मनाई जाती है, यानि यह त्योहार रक्षाबंधन के तीन दिन बाद मनाया जाता है। जो आमतौर पर अगस्त या सितंबर में पड़ती है।
Kajari teej 2024 date
कजरी तीज इस वर्ष 22 अगस्त को है। यह तिथि चंद्रमा के चतुर्थ तिथि के साथ मेल खाती है, इसलिए इसे चंद्र तीज भी कहा जाता है और इसको कजली तीज के नाम से भी जाना जाता है।
यह त्योहार मुख्यत: उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों में मनाया जाता है।
Kajari Teej का महत्व
कजरी तीज व्रत मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और संतान सुख की प्राप्ति की कामना के लिए किया जाता है। इस दिन महिलाएं व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं।
परंतु क्या यह ठीक है, अगर सद्ग्रंथों के अनुसार बात करें, तो तीज का किसी भी सद्ग्रंथ में वर्णन नहीं मिलता है। जिस कारण से इस व्रत को करने से महिलाओं को सुख प्राप्त नहीं होता।
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kajari teej kyu manate hai : क्योंकि गीता अध्याय 16 के श्लोक 23 में बताया है कि “जो पुरुष शास्त्र विधि को त्यागकर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण करता है, वह न सिद्धि को प्राप्त होता है, न ही परम गति को और न सुख को प्राप्त होता है।”
इसके बाद गीता जी के अध्याय 16 श्लोक 24 में कहा है कि हे अर्जुन! तेरे लिये कर्तव्य और अकर्तव्य की व्यवस्था में शास्त्र ही प्रमाण है।
Kajari teej vrat kab hai
कजरी तीज के व्रत की बात की जाए तो यह हर साल की भांति इस साल भी भाद्रपद माह की तृतीया यानि 22 अगस्त को रहेगा लेकिन व्रत रखने से पूर्व यह जानना जरूरी है कि कहीं सद्ग्रंथों में तीज के व्रत को ही तो मना नहीं किया गया!
Kajari Teej 2024: पाठकजन को बता दें कि कजरी व्रत सहित अन्य सभी व्रत को श्रीमद्भागवत गीता में मना किया गया है। जिसका प्रमाण गीता के अध्याय 6 श्लोक 16 में दिया गया है कि
“हे अर्जुन! यह योग अर्थात् भक्ति न तो बहुत खाने वाले का, न बिलकुल न खाने वाले का (व्रत), न बहुत शयन करने के स्वभाव वाले का और न सदा जागने वाले का ही सिद्ध होता है।”
इससे तो साफ स्पष्ट होता है कि तीज व्रत करना व्यर्थ की साधना है। क्योंकि व्रत रखने को गीता में मना किया गया है।
क्या kajari teej 2024 vrat से बढ़ती है साधक की आयु!
कजरी तीज व्रत से साधक की आयु नहीं बढ़ती है। क्योंकि यदि ऐसे व्रत रखने से पति की लंबी उम्र हो जाती, तो कोई बहन विधवा नहीं होती और आज उनके पति उनके साथ होते।
दूसरा परमात्मा के अतिरिक्त कोई भी देवी-देवता किसी की आयु नहीं बढ़ा सकता, क्योंकि आयु जितनी भी मानव को मिली है, वह उतनी ही जी सकता है। उसमें परिवर्तन शिव-पार्वती नहीं कर सकते। क्योंकि वह खुद कर्म बंधन में बंधे हुए और वह भी जन्म-मृत्यु के चक्र में रहते हैं। जिसका प्रमाण श्रीमद्देवीभागवत पुराण के तीसरे स्कन्ध अध्याय 5 में है।
Kajari Teej 2024: कौन बढ़ा सकता है उम्र?
सतभक्ति करने वाले की अकाल मृत्यु नहीं होती जो मर्यादा में रहकर साधना करता है। वेद में लिखा है कि पूर्ण परमात्मा मर चुके साधक को भी पुनः जीवित करके 100 वर्ष तक का जीवन बढ़ा सकता है और सभी रोगों को नष्ट कर निरोगी काया प्रदान कर सकता है। इसका प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, सूक्त 162 मंत्र 5 और सूक्त 163 मंत्र 1-3 में है।
जिसका नाम ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 86 मंत्र 26-27 में कविर्देव अर्थात कबीर साहेब बताया गया है। उसी कबीर परमेश्वर के विषय में दादू जी ने कहा है:
आदमी की आयु घटै, तब यम घेरे आय।
सुमिरन किया कबीर का, दादू लिया बचाय।।
आयु वृद्धि करने वाले परमात्मा की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आप Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel पर विजिट करें।
Kajari Teej 2024: FAQs
Kajri तीज कब है 2024 में?
22 अगस्त को।
भादों के कजरी तीज कब है?
हर साल कजरी तीज भाद्रपद (भादों) माह की तृतीया को मनाई जाती है जो इस साल 22 अगस्त को मनाई जाएगी।
कजरी तीज का व्रत क्यों रखा जाता है?
महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और संतान सुख की प्राप्ति की कामना के लिए रखा जाता है लेकिन इससे कोई लाभ नहीं होता।
कजरी तीज व्रत कितने तारीख को है?
22 अगस्त को।
क्या इंसान की उम्र बढ़ सकती है?
हाँ, पूर्ण परमात्मा की सतभक्ति करने से आयु बढ़ सकती है, इसका वेदों में भी प्रमाण है।